lakshmi kaha niwas karti hai || लक्ष्मी कहां निवास करती है

 

lakshmi kaha niwas karti hai || लक्ष्मी कहां निवास करती है 

भौतिकवादी युग में जीवनयापन के लिए धन का होना परम आवश्यक है और धनोपार्जन के लिए श्रम के साथ साथ धन की देवी भगवती लक्ष्मी की निष्ठापूर्वक पूजा उपासना करना जरुरी है साथ ही यह जानना भी उतना ही जरुरी है की भगवती lakshmi kaha niwas karti hai और किस तरह के आचरण के व्यक्ति के घर में स्थायी रूप से  वाश करती है इस जानकारी के अभाव में उपार्जित धन भी हाथ से निकल जाता है यहां इसी बात को ध्यान में रखते हुहे कुछ महत्त्व पूर्ण तथ्य प्रस्तुत किये जा रहे है जिनका अनुसरण कर अपने जीवन में माँ लक्ष्मी जी की स्थायी कृपा  प्राप्त क्र सकते है | 

lakshmi kaha niwas karti hai

लक्ष्मी जी कहा  रहती है :

मधुर बोलने वाला कर्तव्यनिष्ठ ईश्वर भक्त कृतज्ञ इन्द्रियों को वश में रखने वाले उदार सदाचारी धर्मज्ञ माता पिता की भक्ति भावना से सेवा करने वाले पुण्यात्मा क्षमाशील दानशील बुद्धिमान दयावान और गुरु की सेवा  करने वाले लोगो के घर में लक्ष्मी का स्थिर वाश होता है | 

जिसके घर में पशु पक्षी निवास करते हो  जिसकी पत्नी सूंदर हो जिसके घर में कलह नहीं होता हो उसके घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से रहती है | 

Read More :  diwali par kiye jane wale totke

जो अनाज का सम्मान और घर आये अतिथि का स्वागत सत्कार करते है उनके घर लक्ष्मी निश्चित रूप से रहती है | 

जो व्यक्ति असत्य भासन नहीं करता अपने विचारो में डूबा हुआ नहीं रहता जो घमंडी नहीं होता जो दुसरो के प्रति प्रेम  रखता है | जो दुसरो के दुःख से दुखी होकर उसकी सहायता करता है और जो दुसरो के कष्ट को दूर करने में आनंद अनुभव करता है लक्ष्मी उसके घर स्थायी रूप से वाश  करती है | 

जो नित्य स्नान करता है स्वच्क्ष वस्त्र धारण करता है जो दूसरी स्त्रियों पर कुद्रष्टि नहीं रखता उसके जीवन तथा  घर में लक्ष्मी सदा बनी रहती है | 

आंवले के फल में गोबर में और श्वेत वस्त्र में लक्ष्मी का वाश होता है | 

जिसके घर में नित्य उत्सव होता है जो भगवन शिव की पूजा करता है जो घर में देवताओ के सामने अगरबत्ती व् दीपक जलता है उसके घर में लक्ष्मी वॉश करती है 

जो स्त्री पीटीआई का सम्मान करती है उसकी आज्ञा का उल्लंघन नहीं करती घर में सबको भोजन कराकर फिर भोजन करती है  उस स्त्री के घर में सदैव लकमी का वाश रहता है | 

जो स्त्री सूंदर हरिणी के समान नेत्र वाली पतली कटी वाली सूंदर केश शृंगार करने वाली धीरे चलने वाली और सुशिल हो उसके शरीर में लक्ष्मी वॉश करती है | 

जिसकी स्त्री सूंदर व् रूपवती होती है जो अल्प भोजन करता है जो पूर्व के दिनों में मैथुन का परित्याग करता है लक्ष्मी उसके घर में निश्चित रूप से वाश  करती है | 

जो सूर्योदय से पहले (ब्रम्ह मुहृत में ) उठकर स्नान क्र लेता है उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है | 

जो गया धाम में कुरुक्षेत्र में काशी में  हरिद्वार में अथवा संगम में स्नान करता है वह लक्ष्मीवान होता है | 

जो एकादशी तिथि को भगवन विष्णु  को आवला फल भेट करता है वह सदा लक्ष्मी वान  होता है | 

जिन लोगो की देवता साधु और ब्रामण में आस्था रहती है उनके घर में लक्ष्मी का स्थायी वाश होता है | 

जो घर में कमल गटटे की माला लघु नारियल दक्षिणावृति शंख पारद शिवलिंग श्वेतार्क गणपति मंत्रसिद्ध श्री यंत्र कनकधारा यंत्र कुबेर यंत्र आदि स्थापित क्र नित्य उनकी पूजा करता है उसके घर में लक्ष्मी पीढ़ियों तक वाश करती है | 

धर्म और निति पर चलने वाले तथा कन्याओ का सम्मान करने वाले लोगो के जीवन और घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से वाश करती है | 

लक्ष्मी खा नहीं रहती है 

जो लोग आलसी होते है जो ईश्वर  में विश्वाश नहीं करते जो भ्रस्टाचारी चोर तथा कपटी होते है उनके पास लक्ष्मी नहीं रहती है 

जो लोग बुद्धिमान नहीं होते धन प्राप्ति के लिए प्रयत्न नहीं करते उनके पास जीवन में लक्ष्मी कभी नहीं आती है | 

जो व्यक्ति गुरु का अनादर करता है जो गुरु के घर चोरी करता है जो गुरु की पत्नी पर बुरी नजर रखता है उसके जीवन और घर में कभी लक्ष्मी का वाश नहीं होता है | 

जो व्यक्ति देवता ओ को बासी पुष्प अर्पित करता है जो गन्दा रहता है जो टूटे फूटे या फ़टे हुहे असान पर बैठता है उसे लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं होती है | 

जो व्यक्ति एक पाव से दूसरा पाव रगड़ कर धोता है जो गंदे स्थान पर सोता है जो सायकल में स्त्री के साथ सहवास करता है जो दिन में सोता है उसके जीवन तथा घर में लक्ष्मी कभी भी नहीं रहती है | 

जो व्यक्ति घर में आया हुआ या घर में बनाया हुआ मिष्ठान घर में रहने वालो को दिए बिना ही खा लेता है जो घर की रसोई में भेद भाव रखता है लक्ष्मी उसका साथ छोड़ देती है | 

दुसरो का धन हड़पने वाले पर स्त्री गमन करने वाले सूर्योदय के बाद तक सोने वाले व्यक्ति को लक्ष्मी त्याग देती है 

जो देवताओ की पूजा नहीं करता उसके जीवन  तथा घर में लक्ष्मी कभी नहीं रहती है | 

जो व्यक्ति व्यर्थ ही हस्ता रहता है जो कहते वक्त हसता रहता है लक्ष्मी उसके पास कभी नहीं रहती है 

जो स्त्री गन्दी और  पाप कर्म में रत रहती है जो पर पुरुषो में मन लगाती है जिसका स्वभाव् दूषित होता है जो बात बात पर क्रोध करती है जो अपने पति को दबाने के लिए रोष प्रर्दशन करती है छल या मिथ्या भाषण करती है उसके घर में लक्ष्मी नहीं रहती है 

जो स्त्री अपने घर को सजा कर नहीं रखती जिसके विचार उत्तम नहीं होते जो अपना घर छोड़ दुसरो के घर नित्य जाती है उसके घर में लक्ष्मी  कभी नहीं  रहती है 

जो स्त्री दयाहीन होती है स्वभाव से निर्दयी होती है दुसरो की चुगली करने में लगी रहती है जो दुसरो को लड़ा भिड़ा कर स्वय को चतुर समझती है उसके घर में लक्ष्मी का वाश नहीं होता है | 

जो स्त्री स्वय को सजा सवार क्र नहीं रखती है जिस स्त्री का घर सजा सवरा नहीं होता  उसके घर लक्ष्मी नहीं रहती 

मांसाहरी लोगो के घर में लक्ष्मी का वाश नहीं होता है | 

नशीले पदार्थो का सेवन करने वालो के साथ लक्ष्मी नहीं रहती है | 

जो स्त्री अपने पति की प्रिय नहीं होती उसके घर में लक्ष्मी नहीं रहती है | 

जो स्त्री अपने घर में पूजा का स्थान नहीं रखती जो देवताओ को आरती नहीं उतारती उन्हें धुप नहीं दिखाती जो आरती नहीं गाती  लक्ष्मी उसका साथ नहीं देती है | 

जिसका कोई गुरु नहीं होता  उसे लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलती 

जो स्त्री दिन में सोती रहती है  माता पिता सास ससुर का आदर नहीं करती उसके घर में लक्ष्मी कभी नहीं रहती है 

जो व्यक्ति पुरुषार्थहीन और अकर्मण्य होता है उसके घर में लक्ष्मी नहीं आती 

जो अपने घर में शिव विष्णु गणपति और शालिग्राम को स्थापित नहीं करता और उनकी नित्य पूजा नहीं करता उसके घर में लक्ष्मी नहीं रहती है | 

जो लक्ष्मी का स्त्रोत का पाठ या मंत्र का जप नहीं करता धन का अपव्यय करता है या केवल भोग में ही जीवन का सुख समझता है उसके घर में लक्ष्मी की कृपा प्राप्त  नहीं  होती है | 

जिसके घर में कलह होता है जो अपनी पत्नी का बात बात पर अपमान करता है उसे नौकरानी समझता है उसके घर में लक्ष्मी का वाश नहीं होता है | 


 

 

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने